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एएसपी गुरूप्रसाद पाराशर ने बताया कि भानतलैया सिंधी कैंप निवासी वीरू सोनकर और उसके मोहल्ले में रहने वाली रन्नो बाई के बीच प्रेम संबंध थे। इस बात को लेकर वीरू के बेटे अंकित, सौरभ और गौरव कई बार आपत्ति भी कर चुके थे। लेकिन वीरू रन्नो का साथ छोड़ने को तैयार नहीं हो रहा था।
कुछ दिन पूर्व रन्नो अपनी रिश्तेदारी में दिल्ली गई थी। मंगलवार की शाम रन्नो दिल्ली से लौटी थी, जिसके बाद वीरू उसे लेने स्टेशन पहुंचा था। दोनों ने नरेन्द्र भोजनालय में खाना खाया और फिर बाइक से भानतलैया के लिए रवाना हुए। लेकिन इसी बीच वीरू के बेटे अंकित, सौरभ, गौरव और उसके भाई के दो बेटे वहां पहुंच गए।
जिन्होंने वीरू के साथ रन्नो बाई को पहले घूसों से पीटा फिर कट्टे से रन्नो पर फायरिंग कर दी। जिसमें रन्नो को एक गोली दाहिने गाल में लगती हुई निकल गई, जबकि दूसरी गोली बाएं कंधे के पीछे वाले हिस्से में जाकर फंस गई। गोलियां चलते ही पूरे बाजार में भगदड़ का माहौल निर्मित हो गया और हमलावर बाइकों में दहशत फैलाते हुए भाग निकले। घटना के बाद सिविल लाइन थाने का स्टाफ मौके पर पहुंचा जिसके बाद रन्नो को पहले विक्टोरिया फिर मेडिकल अस्पताल ले जाया गया।