भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भोपाल गैस कांड की आरोपी कंपनी डाउ केमिकल्स के सीईओ एंड्रू लिवरिस की मुलाकात पर सवाल उठे हैं। गैस कांड से जुड़े संगठन ने दोनों की मुलाकात के फोटोज जारी कर आपत्ति जताई है। बता दें कि सितंबर में पीएम अमेरिका गए थे और वहां कंपनियों के सीईओज से मिले थे।
सवाल उठाने वाले ने क्या कहा?
- गैस पीड़ित निराश्रित पेंशनभोगी संगठन संघर्ष मोर्चा के बालकृष्ण नामदेव ने कहा- मोदी ने जिस डाउ कैमिकल कंपनी के सीईओ से मुलाकात की उसे भोपाल की अदालत ने तीन बार हाजिर होने का आदेश दिया है।
- आरोपी कंपनी पर गैस त्रासदी के आरोपी वारेन एंडरसन को पनाह देने का आरोप है। लेकिन मोदी अपनी यात्रा के दौरान इस कातिल कंपनी के सीईओ लिवरिस से न सिर्फ मुलाकात करते हैं, बल्कि उनके साथ मुस्कुराते हुए फोटो खिंचवाकर उसे भारत आने का न्यौता देते हैं। जबकि मोदी अच्छी तरह जानते हैं कि इसी कंपनी के कारण भोपाल में करीब 31 साल हजारों जानें गई थीं। कई लोग इसका दंश आज भी झेल रहे हैं।
क्या है भोपाल गैस कांड?
- 2-3 दिसंबर 1984 की दरमियानी रात डॉउ केमिकल कंपनी के भोपाल प्लांट से मिथाइल अाइसोसाइनेट गैस लीक हो गई थी। इसमें हजारों लोगों की मौत हो गई थी।
- हादसे के बाद कंपनी का तत्कालीन सीईओ वॉरेन एंडरसन भारत छोड़कर फरार हो गया था। इसके बाद से उसे लगातार कोर्ट से पेश होने के नोटिस जारी किए गए, लेकिन वो कभी पेश नहीं हुआ। पिछले साल एंडरसन की मौत हो गई।