
बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला, सुदर्शन गुप्ता, अनिल फिरोजिया, सत्यपाल सिंह सिकरवार, कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी, मधु भगत सहित कई विधायक मुख्यमंत्री से मिलने उनके चेंबर पहुंचे। विधायकों ने पड़ोसी राज्यों में ज्यादा विधायक निधि मिलने की बात रखते हुए कहा कि इसे पांच करोड़ तक बढ़ाया जाए।
इसी तरह स्वेच्छानुदान 7 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपए किया जाए। अभी प्रदेश में विधायकों को 77 लाख रुपए क्षेत्र विकास निधि मिलती है। विधायकों ने वेतन-भत्ते बढ़ाने की मांग भी मुख्यमंत्री के सामने रखी। कुछ विधायकों ने प्रोटोकॉल में मुख्य सचिव से ऊपर होने का हवाला देते हुए उनसे अधिक वेतन-भत्ते देने की बात कही, तो कुछ ने कहा कि जिला और जनपद अध्यक्षों को हमसे ज्यादा पावर है, वे हमारी सुनते तक नहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने विधायकों को भरोसा दिलाया कि अफसर राज नहीं आने दूंगा, आपका सम्मान और स्थान बरकरार रहेगा। ज्ञात हो कि विधानसभा समिति ने महंगाई भत्ते से जोड़ते हुए वेतन-भत्ते तय करने का प्रस्ताव सरकार को दे दिया है।