भोपाल। रातीबड़ इलाके में एक आदिवासी व्यक्ति का शव संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क किनारे पड़ा मिला। घटना के आधा घंटा पहले ही पुलिस उसे मारपीट के मामले में थाने ले गई थी। परिजनों ने पुलिस की पिटाई से मौत होने का आरोप लगाया है।
रातीबड़ पुलिस के मुताबिक 40 वर्षीय शंभू गौंड पुत्र पंचम गौंड नीलबड़ स्थित बरखेड़ा नाथू में रहता था और मजदूरी करता था। उसके साथ भाई शिवशरण और मां जमना बाई भी रहती है। बुधवार को उसके पड़ोस में रहने वाली अनीता नाम की महिला ने थाने में शिकायत की थी। उसमें बताया था कि दोपहर करीब 12 बजे खाना खाते समय शंभू ने उससे व उसके पति के साथ मारपीट की थी।
सूत्र बताते हैं कि शिकायत के आधार पर शाम करीब 6 बजे पुलिस एसआई नंदराम चौधरी, एएसआई देवेंद्र नरवरिया शंभू को साथ लेकर गए थे। लेकिन आधा घंटा बाद शंभू के परिजनों को उसके नीलबड़ चौराहा के पास पड़े होने की सूचना मिली। मां जमनाबाई का आरोप है कि पुलिस की मारपीट से शंभू की मौत हुई। सीएसपी आरडी भारद्वाज का कहना है कि परिजनों से बातचीत की जा रही है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पीएम रिपोर्ट से ही मौत की वजह का पता चल सकेगा।