सोनीपत/हरियाणा। गांव की गलियों में कागज के हवाई जहाज बनाकर उड़ाने वाले हरियाणा में भिवानी जिले के धनाना गांव के विशवेन्द्र घणघस वायु सेना में पायलेट बने है. विशवेन्द्र की इस उपलब्धि पर उनका घर पहुंचाने पर परिजनों, बुजुर्गों और साथियों द्वारा भव्य स्वागत किया और परिवार की महिला अपने लाडले की कामयाबी पर नाचती नजर आई.
विशवेन्द्र की शुरूआती शिक्षा पैतृक गांव धनाना में हुई. इसके बाद उन्होंने 12वीं कक्षा 94 प्रतिशत अंकों के साथ के.एम. स्कूल से की. इसके बाद विशवेन्द्र का 2011 में एनडीए में चयन हुआ. एनडीए करने के बाद विशवेन्द्र ने एक साल हैदराबाद में कोर्स किया और 19 दिसम्बर को उसका चयन वायु सेना में पायलेट के तौर पर हुआ है.
विशवेन्द्र अपनी दो बहनों का बड़ा भाई है. विशवेन्द्र के पिता रामचंद्र गांव पुर के राजकीय उच्च विद्यालय में मुख्याध्यापक के तौर पर कार्यरत हैं. विशवेन्द्र की माता सुदेश देवी गृहणी है. विशवेन्द्र के पायलेट बनने के बाद विद्यानगर स्थित उनके घर पर उनके साथियों और परिजनों द्वारा स्वागत कर ढ़ोल-नंगाड़ों की थाप पर नाचे.
विशवेन्द्र ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, अपनी अध्यापिका कोमल देवी को दिया.