हांगकांग: कच्चे तेल के दाम में सोमवार को और गिरावट आई। ब्रेंट तेल का भाव 11 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया। ब्रेंट तेल एक समय 2.1% गिरकर 36.09 डॉलर प्रति बैरल रह गया। यह जुलाई 2004 के बाद इसका सबसे निम्न स्तर है। अमेरिका स्टैण्डर्ड वेस्ट टैक्सास इंटरमीडिएट 1.2% घटकर 34.32 डॉलर रह गया। यह वर्ष 2009 के बाद सबसे निम्न स्तर है। इससे उम्मीद की जा रही है कि भारत में पेट्रोल और डीजल के दामों में और गिरावट आ सकती है।
कच्चे तेल के दाम में वर्ष 2014 की गर्मियों के बाद से जब दाम 100 डॉलर से ऊपर थे 60% से अधिक की गिरावट आ चुकी है। पिछले ग्लोबल आर्थिक संकट के बाद से कच्चे तेल मूल्य का यह स्तर नहीं देखा गया।चार दिसंबर के बाद से जब पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) ने काफी आपूर्ति और कमजोर मांग के बावजूद कच्चे तेल उत्पादन को कम करने से इनकार कर दिया, कच्चे तेल के दाम में 20% तक गिरावट आ चुकी।
आर्थिक विश्लेषकों का मानना है कि क्रिसमस त्योहार के लिये बाजारों में कारोबार समेटना शुरू हो गया है लेकिन इस दौरान कुछ अहम आर्थिक आंकड़े हैं जो आने हैं। अमेरिका की आर्थिक वृद्धि और आवास बिक्री के आंकड़े इस सप्ताह आने हैं इसके साथ ही जापान में मुद्रास्फीति और व्यय के आंकड़े भी जारी होंगे।