भोपाल। डेढ़ साल बाद जमानत पर जेल से छूटे पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को कोई परहेज नहीं। संघ के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि मामले में अदालत को निर्णय करना है। संघ अपनी ओर से किसी पर पाबंदी नहीं लगाता और न ही किसी तरह की सदस्यता देता है। व्यापमं घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री शर्मा रविवार को जब जेल से रिहा हुए तब बीजेपी नेताओं ने उनसे मिलने में परहेज किया। याद दिला दें व्यापमं के व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी को पिछले दिनों संघ कार्यालय से भगा दिया गया था.
इस मामले में जब संघ की राय पूछी गई तो बताया गया कि आरोपों के संदर्भ में जांच एजेंसी छानबीन कर रही है। इसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी, संघ अपनी तरफ से किसी को मिलने-जुलने से नहीं रोकता। लक्ष्मीकांत को भी संघ कार्यालय आने-जाने में कोई मनाही नहीं है और न ही संघ की गतिविधियों में शामिल होने से किसी को रोका जा सकता है।