बड़वानी। मोतियाबिंद ऑपरेशन की वजह से आंखों की रोशनी गंवाने वाले एक व्यक्ति की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई. इस ऑपरेशन शिविर में संक्रमण की वजह से 60 लोगों को अपनी आंखों की रोशनी गंवानी पड़ी है.
जानकारी के मुताबिक, सेंधवा के ग्राम खारिया में रहने वाले नामदेव (42) का शिविर में आंख की रोशनी चले जाने के बाद इंदौर में इलाज चल रहा था. इंदौर में अस्पताल से छुट्टी होने के बाद वापस घर लौटते वक्त रास्ते में नामदेव की तबीयत बिगड़ गई.
परिजन उन्हें इलाज के लिए महाराष्ट्र के शिरपुर लेकर गए. जहां इलाज के दौरान के मंगलवार दोपहर को नामदेव ने दम तोड़ दिया. आंखफोड़वा कांड के बाद इंदौर में भर्ती मरीजों के बड़वानी लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है. इंदौर से लौट रहे मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यहां दो दिन रखने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी.
बड़वानी में नवंबर के महीने में हुए मोतियाबिंद शिविर में ऑपरेशन करने के बाद करीब 60 मरीजों ने आंखों की रोशनी गंवा दी थी. इस मामले के सामने आने के बाद सभी मरीजों का इंदौर के अरबिंदो अस्पताल और एमवाय हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था.
इन्हीं मरीजों में से कुछ मरीजों को वापस बड़वानी भेज दिया गया है. जिला अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक दो दिन तक उनकी आंख की जांच की जाएगी. इसके बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी.