बड़वानी। बड़वानी में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद आंखों की रोशनी खोने के मामले में अफसरों के पास एक महीना बीत जाने पर भी कोई जवाब नहीं है. भोपाल से बड़वानी गया एम्स के डॉक्टरों का दल भी जांच करके वापस लौट चुका है, बावजूद इसके जवाब किसी के पास नहीं है.
बड़वानी में आंखफोड़वा कांड के करीब एक पखवाड़े के बाद एम्स भोपाल का एक विशेष दल जांच के लिए 21 दिसंबर को जिला अस्पताल पहुंचा था. चार सदस्यीय दल ने अस्पताल के नेत्र विभाग का दौरा कर ऑपरेशन थिएटर और वार्ड की जानकारी ली थी.
साथ ही उस दिन प्रयोग में ली गई दवाईयों से लेकर सभी फाइल्स भी चैक की गईं. एम्स के जांच दल के साथ ही हफ्तेभर से बड़वानी मामले में मेडीकल कॉलेज के डॉक्टरों का दल भी जांच कर लौट आया पर स्वास्थ विभाग अभी तक नहीं बता पा रहा है कि किस वजह से 50 से ज्यादा लोगों की आंखें खराब हुईं. वहीं जांच दल भी इस मामले में कुछ भी कहने से बचता नजर आ रहा है. उनका कहना है कि जांच की रिपोर्ट बनने में समय लगेगा. रिपोर्ट बनते ही स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी जाएगी.