
असलम शेर खान ने कहा कि, उन्होंने तय किया था कि नये साल में एक ऐसी पार्टी का गठन करेंगे, जो अति पिछड़े, महादलित और पसमंदा(ओबीसी) मुसलमानों की रहनुमाई करेगी। खान ने कहा कि उनकी पार्टी 60 सीटों पर गठबंधन से चुनाव लड़ेगी।
बिहार बना गठबंधन का उदाहरण...
शेर खान ने कहा है कि बिहार में लालू, मुलायम और नीतिश की पार्टी ने गठबंधन से विधानसभा चुनाव लड़कर एक अच्छा उदाहरण पेश किया है। उन्होंने न सिर्फ मुसलमानों के पैरोकार असदुद्दीन ओवैसी के गठबंधन, बल्कि हिंदूवादी अमित शाह दोनों को अपने तरीके से हराया। खान ने कहा है कि उनकी पार्टी धर्मनिरपेक्ष मुद्दे पर कार्य करेगी।
कांग्रेस की स्थिति खराब..
खान ने कहा है कि कांग्रेस की हालत खराब है। उसे बुरे हालत से उबारने में अब बड़े नेता भी बेबस हैं। इसलिए अब हम इंतजार नहीं कर सकते। 2018 में मप्र विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए हमें अभी से तैयारी करनी होगी।