भरतपुर। राजपूताना के महलों के साथ अब राजस्थानी पत्थरों से विश्व का एक और कीर्तिमान स्थापित होने जा रहा है. खास बात यह है कि इन पत्थरों से बनने जा रही बिल्डिंग देश के बाहर दुनिया के सबसे महंगे और बड़े महलों में शुमार होगी. हम बात कर रहे हैं अमेरिका में 8 भारतीय आर्किटेक्ट्स के हाथों तैयार होने जा रहे आलीशान महल की. यह महल करीब 17 एकड़ में बनने वाला है जो विश्व के 100 सबसे महंगे व बड़े पैलेस में से एक होगा.
जानकारी के अनुसार इस महल को बनाने की जिम्मेदारी के.डब्ल्यू टेक्नोलोजी को सौंपी गई है और इसमें देश के आठ आर्किटेक्ट शामिल हैं. यह महल करीब 3 साल में तैयार होगा. महल बनने का काम पिछले 4 साल से चल रहा है.
भरतपुर के बंसी पहाड़पुर के पत्थर निर्यात:
महल को बनाने वाली कंपनी के निदेशक कमल वासन के अनुसार महल में खास राजस्थानी पत्थर का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके लिए भरतपुर जिले के बयाना कस्बे से बंसी पहाड़पुर का पत्थर भेजा गया है. अब तक 40 कंटेनर पत्थर निर्यात हो चुका है.
एक भी मजदूर भारतीय नहीं:
महल को बनाने में 250 से ज्यादा अमरीकी मजदूर काम पर लगे हैं. लेकिन भारतीय कंपनी को एक भी भारतीय मजदूर अमरीका ले जाने को वीजा नहीं मिल पाया. अब इस प्रोजेक्ट में महज आठ भारतीय आर्किटेक्ट काम कर रहे हैं.
गुजराती पटेल बनवा रहे हैं महल:
अमरीका में बन रहे इस महल को कोई और नहीं गुजरात मूल के डॉ. किरण और पल्लव पटेल बनवा रहे हैं. यह महल अमरीका के टेम्पा शहर में बन रहा है.