गोरखपुर। यूपी के बस्ती में नामी दवा कंपनी के सीरप बी-कॉम्प्लेक्स में मरा हुआ मेढक निकला है. दवा कंपनी का नाम के-लैब है. पीड़ित की शिकायत पर बस्ती के जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक बस्ती के गांव डवहा में कृष्ण कुमार अपनी बीमार बहन के लिए विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स सीरप बीकोफिक्स दवा की दुकान से लेकर आए थे. उसको खोलते ही अजीब सी बदबू आने लगी और देखा तो उसमें एक मरा हुआ मेढक तैर रहा था. गनीमत ये रही कि उसकी एक भी खुराक लेने से पहले पता चल गया.
इसके पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत ग्राम प्रधान के साथ मिलकर जिलाधिकारी से कर दी है. जिसके बाद ड्रग इंस्पेक्टर ने अपनी जांच शुरू कर दी. सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर ये मेढक बोतल की बजाए उस लैब के उस बर्तन में गिरा होगा जहां से हजारों बोतलों में दवा भरी गई है तो न जाने कितने लोगों ने ये दवा पी होगी और इसके क्या परिणाम हो सकते हैं.
दरअसल दवा कंपनियां अपने उत्पादों में क्या मिलाकर पिला रही हैं इसको जांचने के लिए कोई भी नियामक नही हैं. देश के कुछ बड़े शहरों के अलावा टेस्ट करने की लैब कही नहीं है. ऐसे में लाखों-करोड़ों रुपए के इस धंधे में कितनी मिलावट हो रही है ये सरकारों को भी नहीं पता है. दवा कंपनियां भी अधिकारियों की मिली भगत से आम जनता की जान और सेहत से खिलवाड़ कर रही हैं.