
मरकाम की बात सुनकर धीर-गंभीर रहने वाले विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा भी हंसी नहीं रोक सके। सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी मरकाम के इस विषय को बार-बार उठाने पर कहा कि अब समझ में आ रहा है कि वे जांच की जिद क्यों कर रहे हैं, मामला ससुराल से जुड़ा हुआ है।
कुछ देर चर्चा के बाद जब विधानसभा अध्यक्ष ने दूसरे प्रश्नकर्ता का नाम पुकारा तो मरकाम गर्भगृह में आ गए और आंसदी के पास पहुंचकर मुर्गा-मुर्गी की बात दोहराने लगे।
कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन उन्हें मनाकर वापस ले गए पर वे अपने स्थान पर खड़े होकर लगातार बोलते रहे। जबकि, वित्त मंत्री जयंत मलैया ने अध्यक्ष के कहने पर जांच कराने का आश्वासन दे दिया था। इसके बावजूद मरकाम ने अकेले बहिर्गमन कर दिया।