
प्रिंसिपल ने ऐसा नहीं करने की एवज मे 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी. रीना ठाकुर ने रिश्वत देने के बजाए लोकायुक्त पुलिस को इसकी शिकायत कर दी. लोकायुक्त एसपी ने शिकायत की तस्दीक करने के बाद एक विशेष टीम का गठन किया, जिसने जाल बिछाते हुए बी. डी. पासी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है. एमपी में प्रिंसिपल के रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने का एक पखवाड़े के भीतर यह दूसरा मामला है. इसके पहले छिंदवाड़ा में भी एक प्रिंसिपल लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है.