
गोपाल राठौर ने अपनी शिकायत में कहा था कि तारापाठी में फॉरेस्ट गार्ड शिवसिंह रघुवंशी वन विभाग की जमीन पर बोई गई फसल के नुकसान का मुआवजा दिलवाने के एवज में नौ हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था. दोनों के बीच तीन हजार रुपए में सौदा तय हुआ था, जिसके बाद शिवसिंह ने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत कर दी थी.
हालांकि, फॉरेस्ट गार्ड को शक था कि वह रिश्वत के मामले में फंस सकता है. इससे बचने के लिए उसने रोशनदान में रुपए रखवाए थे. हालांकि, तस्दीक होने के बाद पुलिस ने शिवसिंह को धरदबोचा. शिवसिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. कार्रवाई पूरी होने पर शिवसिंह को जमानत पर रिहा कर दिया गया.