राम मंदिर का गुपचुप निर्माण कोरी अफवाह है

Bhopal Samachar
जबलपुर। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य की गुपचुप तैयारी को लेकर मीडिया में चल रही खबरें पूरी तरह से गलत हैं। इसके लिए न सरकार से कोई गुप्त चर्चा हुई न उच्च स्तरीय बैठक। ये कोरी अफवाह है। मंदिर निर्माण को लेकर पिछले डेढ़ साल में केन्द्र सरकार से कोई बातचीत नहीं हुई। साधु संतों की ना विहिप की। सोमवार को विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय ने यह बात कही।

विहिप की केन्द्रीय बैठक में शामिल होने जबलपुर आए चंपत राय ने समन्वय सेवा केन्द्र में पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि मीडिया के जरिए इन दिनों मंदिर निर्माण का भ्रामक प्रचार हो रहा है। कहा जा रहा है कि मंदिर के लिए पत्थरों के ट्रक पहुंच रहे हैं। सरकार के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई। ये सब गलत है। राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण हिंदू समाज की भावना का विषय है। साधु-संत हमेशा कहते हैं संसद इसके लिए कानून बनाए। ये कानून आपसी सहमति से ही बनेगा। चंपत राय ने कहा कि हिंदू समाज अदालतों का सम्मान करता है।

ये दी सफाई
अंतरराष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय ने कहा कि अयोध्या मंदिर न्यास के महंत नृत्य गोपाल सुबह रामघाट वर्कशाप में गए। यहां कोई नया पत्थरों से भरा ट्रक नहीं आया। पत्थर मंगाने का काम कोई नया नहीं है। ये 1990 से लगातार जारी है। नक्काशी करके रामघाट कार्यशाला में रखे जाते हैं। रात्रि 9 बजे एक ट्रक पत्थरों का आया जो 21 दिसंबर की सुबह 11 बजे खाली हुआ। चंपत राय के अनुसार महंत नृत्य गोपाल के बयान को कुछ समाचार चैनल ने तोड़ मरोड़कर पेश किया।

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