
लोकायुक्त पुलिस ने कृष्णा बाहेती की शिकायत पर यह कार्रवाई की. फरियादी कृष्णा बाहेती ने बताया की मकान के नवीनीकरण के लिए उन्हें इस एनओसी की जरूरत थी. इसी के चलते वेदकुमार रिश्वत के लिए दबाव बना रहे थे. आरोप है कि पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी, जिसकी पहली किस्त के रूप में फरियादी 1500 रुपए दे चुका था.
खास बात यह है कि वेदकुमार इस वक्त देवास में पदस्थ है, लेकिन इंदौर से जुड़े मामले के निपटारे के लिए रिश्वत मांग रहे थे. लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वतखोर अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है. हालांकि, कार्रवाई पूरी होने के बाद वेदकुमार को जमानत पर रिहा कर दिया जाएगा.