
लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को डीईओ को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा था। शिंदे ने वैष्णव स्कूल की जांच को उनके पक्ष में करने के लिए 50 हजार रुपए मांगे थे। वह 30 हजार रुपए पहले ले चुका था, जबकि दूसरी बार 20 हजार मांगे थे। खबर सुनकर शिक्षा विभाग सहित सभी सरकारी विभागों के लोग सकते में आ गए। भ्रष्टाचार करने से सबके मन में नाराजगी है। इस नाराजगी को जाहिर करने के लिए अधिकारी-कर्मचारियों ने सोशल मीडिया का रास्ता चुना। अब शिंदे को ऑनलाइन बहिष्कार सहना पड़ रहा है। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा (रमसा), सोशल जस्टिस सहित शिक्षा विभाग के कई वॉट्सएप ग्रुप से इसे बाहर कर दिया गया है। जिन ग्रुप पर शिंदे अब भी, वहां अफसर और कर्मचारी कमेंट्स के जरिए ताने मार रहे हैं। हालांकि शिंदे भी लगातार ऑनलाइन रहकर यह सब देखता है।