कोरबा. छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के पिथौरा थाना क्षेत्र में मानवता को शर्मशार कर देने वाला मामला सामने आया है. अर्जुनी गांव में जब कुछ दंबग अवैध संबंध बनाने में नाकाम रहे तो उन्होंने पहले एक आदिवासी महिला से मारपीट की और फिर पूरे गांव में निर्वस्त्र कर घुमा दिया.
अब न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के महीनों बाद पीड़ित अपने परिजनों के साथ महासमुंद एसपी को मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. यह घटना 26 सितंबर 2015 की है. ग्राम अर्जुनी में पीड़ित आदिवासी महिला घर में अपने बच्चों के साथ थी. तभी गांव का दबंग और सरपंच अपने साथियों ईश्वर पटेल और मून्चू पटेल के साथ घर में घुसा.
उन्होंने जर्बदस्ती महिला के साथ गाली-गलौच किया और घर से घसीट कर निकाला. फिर महिला के साथ मारपीट की. इस दौरान महिला को निर्वस्त्र कर उसे पूरे गांव में घुमाया और घंटों बंधक बनाए रखा. यही नहीं उसके बाद आरोपियों ने पीड़ित महिला पर अवैध संबंध का आरोप लगाते हुए गांव के ही पंकज के साथ उसकी जर्बदस्ती शादी कर दी और दोनों को जबरन ग्राम सरकडा भेज दिया.
दुखद बात यह है कि सैकड़ों गांव वालों के सामने एक महिला को निर्वस्त्र कर घुमाया जा रहा था, लेकिन किसी ने एक शब्द भी उन दबंगों को बोलना उचित नहीं समझा. मूकदर्शकों में उसका पति भी शामिल था. स्थानीय लोगों का कहना है कि सरपंच प्रदीप पटेल महिला पर लंबे समय से बुरी नियत रखा हुआ था. कई बार उसने जबरन महिला के साथ अवैध संबंध बनाने का प्रयास भी किया, लेकिन सफल नहीं रहा.
बाद में महिला ने इसकी शिकायत पहले तो अपने क्षेत्रीय पुलिस थाना पिथौरा में किया, लेकिन यहां उसे कुछ हासिल नहीं हुआ. बाद में महिला ने महासमुंद एसपी, आईजी रायपुर और तमाम दरवाजे खटखटाए. आईजी रायपुर के निर्देश पर जिला घमतरी की पुलिस को स्वतंत्र रूप से जांच की जिम्मेदारी दी गई.