
घटना वाले दिन कविता आरोपी महेश बैरागी की दुकान से साड़ी से बना सूट लेने के लिए गई थी। महेश ने सूट घर पर होने की बात कहते हुए उसे नजदीक ही बने अपने घर पर लेकर गया था। यहां उसने कविता से दुष्कर्म करने की कोशिश की और विरोध करने पर लोहे की रॉड से हमला कर उसकी हत्या कर दी।
दिन भर में किए शव के छह टुकड़े
कविता की हत्या के बाद आरोपी ने दिन भर में शव के छह टुकड़े कर दिए। इसके बाद देररात को टुकड़ों को दो बोरी में भरकर नाले में फेंक दिया। पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने कविता के दोपहिया वाहन को नवलखा इलाके में खड़ा कर दिया था।