
प्राचार्य ने अपनी शिकायत में बताया था कि किशोर शिंदे ने उनसे 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी. जिसमें 30 हजार रुपए की राशि वह पहले दे चुके थे. रिश्वत की दूसरी किस्त लेते हुए उसे लोकायुक्त पुलिस की टीम ने रंगे हाथों धरदबोचा.
डीईओ एमवाय अस्पताल के सामने स्थित फ्लैट पर ही रिश्वत की राशि ले रहा था. रिश्वत की राशि लेते ही इशारा होने पर निरीक्षक युवराज सिंह चौहान और महेश सुनैय्या ने डीईओ को धरदबोचा था.
आरोपी डीईओ के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद शासन ने डीईओ को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए हैं.