भोपाल। पीडब्ल्यूडी के रीवा में पदस्थ एक्जीक्युटिव इंजीनियर (ईई) रमाकांत तिवारी द्वारा प्रमुख सचिव प्रमोद अग्रवाल के लिए कमीशन मांगे जाने के मामले की अब तक जांच शुरू नहीं हो सकी है। इसी महीने की 14 तारीख को वायरल हुए इस मामले से जुड़े ऑडियो की जांच के लिए मप्र रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन के एमडी मनीष रस्तोगी को जांच अधिकारी बनाया गया है। 17 दिसंबर को जांच के आदेश होने के बाद भी अब तक रस्तोगी ने न तो किसी के बयान लिए हैं और न ही शासन से वह ऑडियो उन्हें मिल पाया है।
रस्तोगी को एक जनवरी तक रिपोर्ट देना है। उन्होंने माना कि अभी वे जांच शुरू नहीं कर सके हैं लेकिन उम्मीद जताई कि वे तय समय सीमा में जांच पूरी कर लेंगे। एसडीओ अनिल मिश्रा ने लोकायुक्त रीवा को की एक लिखित शिकायत में आरोप लगाया था कि तिवारी विभाग के प्रमुख सचिव प्रमोद अग्रवाल के नाम पर रिश्वत मांगते हैं। उन्होंने एक ऑडियो भी लोकायुक्त को दिया था। यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। उसी दिन दूसरे एसडीओ रामप्रकाश शुक्ला ने इसी तरह के मामले में एक परिवाद दायर किया था। दोनों शिकायतें ऑडियो टेप के साथ शासन को भी सौंपी गई थी।