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त्योहारों के मद्देनजर 2 से 20 नवंबर तक 75 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनमे 69 की रिपोर्ट आई है। खाद्य निरीक्षक मनीष स्वामी ने बताया कि बादाम में मंूगफली की कतरन पाई गई, जबकि गुलाब जामुन, मावा व अन्य खाद्य पदार्थों में कुछ ऐसी सामग्री भी पाई गई जो संस्थान संचालक ने नहीं बताई थी।
यह होता है मिथ्याछाप व अमानक
किसी भी खाद्य पदार्थ के पैकेट पर या खुले में जो जानकारी दी जा रही है, अगर सैंपल की जांच में उससे हटकर कुछ पाया जाता है तो उसे मिथ्याछाप की श्रेणी में रखा जाता है। इसी तरह तय मानक श्रेणी पर खरा नहीं उतरने वाले खाद्य पदार्थों को अमानक की श्रेणी में रखा जाता है।