भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विवि (आरजीपीवी) ने टीचर एलिजबिलिटी टेस्ट (टीएटी) 8 से 15 फरवरी के बीच कराने की तैयारी कर ली है। शिक्षकों की योग्यता की जांच का यह टेस्ट ग्रेजुएट एप्टीट्यूट टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) के बाद होगा। गेट 30 जनवरी से 7 फरवरी तक होना है। टीएटी के लिए आवेदन अगले सप्ताह से भरने शुरू हो जाएंगे। इस टेस्ट को पास करने वाले ही इंजीनियरिंग, फॉर्मेसी, एमसीए और आर्किटेक्चर कॉलेजों में पढ़ा पाएंगे।
आरजीपीवी ने टेक्नीकल, प्रोफेशनल कॉलेजों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए इनमें पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए टेस्ट की योजना बनाई है। अभी इंजीनियरिंग सहित अन्य कॉलेज अपने स्तर पर शिक्षकों की भर्ती करते हैं। विवि का दावा है कि नई व्यवस्था से कॉलेजों में अच्छे शिक्षकों की भर्ती होगी और शिक्षा का स्तर भी सुधरेगा।
ऑनलाइन होगा टेस्ट
यह टेस्ट ऑनलाइन होगा। इसमें इंजीनियरिंग, फॉर्मेसी, एमसीए, आर्किटेक्चर कॉलेजों में पढ़ाने वाले और पढ़ाने की योग्यता रखने वाले शामिल हो सकते हैं। परीक्षा के आधार पर उम्मीदवारों को प्रमाणपत्र मिलेगा, जिसके आधार पर वे कॉलेजों में पढ़ाने के लिए योग्य माने जाएंगे।
9 हजार ने कराया था रजिस्ट्रेशन
पिछले साल टीएटी के लिए 9 हजार से अधिक उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। परीक्षा के आवेदन अगले सप्ताह से भरना शुरू होंगे।
350 कॉलेजों के लिए परीक्षा
प्रदेश में इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या 202, एमसीए के 55, बी-आर्क के 6, डीफॉर्मा के 23 और फॉर्मेसी के 74 कॉलेज हैं। इनमें 20 हजार से अधिक शिक्षक पढ़ाते हैं। भोपाल में इंजीनियरिंग के करीब 75, फॉर्मेसी के 35 और एमसीए के करीब 25 कॉलेज हैं। इन सभी में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अब यह टेस्ट पास करना होगा।
परीक्षा तैयारी पूरी
टेस्ट कराए जाने की तैयारी पूरी कर ली है। इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाने वाले गेट में भी शामिल होते हैं, इसलिए यह परीक्षा गेट के बाद कराई जाएगी। आवेदन अगले सप्ताह से भरने शुरू हो जाएंगे।
डॉ. एसके जैन, रजिस्ट्रार, आरजीपीवी