नई दिल्ली। कम लागत की कॉलिंग एप्स मसलन रिंगो आदि के खिलाफ दूरसंचार आपरेटर एकजुट हो रहे हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह इस मुद्दे की विवेचना कर रहा है और उनकी चिंता को दूर करने के लिए उचित कार्रवाई करेगा।
ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने बताया कि ट्राई ने संबंधित एप रिंगो की सेवा को लेकर स्वतः संज्ञान लिया है। हम इसकी समीक्षा के बाद जल्द उचित निर्णय लेंगे। रिंगो आदि कम लागत की कॉलिंग एप्स दूरसंचार आपरेटरों से 90 प्रतिशत कम मूल्य पर सेवाओं की पेशकश कर रही हैं।
गौरतलब है कि रिंगो ने जिस हफ्ते सेवा शुरू की थी उसी सप्ताह उसकी घरेलू कॉल सेवा को बंद कर दिया गया था। माना जा रहा है कि वीडियोकॉन की सहायक क्वाडरैंट टेलीवेंचर्स के नेटवर्क के जरिए रिंगो यह सेवा दे रही है।
कंपनी का कहना है कि उसके पास टेलीकान्फ्रेंस सेवा प्रदान करने का लाइसेंस है। वहीं आपको बता दें कि एक दिसंबर को भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल रिंगो की सेवा पर दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में अपनी चिंता व्यक्त कर चुके हैं।