सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। जिले में उजागर हुये फर्जी टीपी कांड में कलेक्टर व्ही किरण गोपाल सहित राजस्व विभाग के आला अफसर जांच की आंच में उलझते नजंर आ रहे हैं। वहीं फर्जी टीपी और राजस्व भूमि से अंधाधूध कटाई में वनविभाग बैहर के एसडीओ सी एस धुर्वे फरार हो गये है। एसडीओ धुर्वे, रेंजर राजेश चैहान तथा विष्णुचंद राजौरिया पर 30-30 हजार रूपये का इनाम घोषित किया जा चुका है।
पुलिस के विशेष जांच दल द्वारा की जा रही जांच में यह तथ्य उजागर हुआ है कि राजस्व भूमि से काटी गई लकडी जप्त किये जाने के बाद डीएफओ के आदेश पर कनकी काष्ठागार पहुचाई जानी थी लेकिन आरोपी एसडीओ सीएस धुर्वे ने इस लकडी को फर्जी टीपी कांड के सरगना राकेश डहरवाल के घर पहुचवा दी।
जांच के दौरान पुलिस ने 301 फर्जी टीपी जप्त की है जिनमें 4 फर्जी टीपी की जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि राजस्व की भूमि से पेडों की कटाई की गई है और एक ही ठेकेदार के नाम से 300 से अधिक टीपी में इमारती लकडी का परिवहन किया जाना बताया गया है नियमों की अनदेखी कर राजस्व विभाग राकेश डहरवाल सहित अन्य ठेकेदारों के पक्ष में काम करता पाया गया है।
इस सिलसिले में अबतक 18 लोगो को गिरफतार किया जा चूका हैै। राजस्व की भूमि से किसानों की निजी भूमि से पेडों की कटाई के 18 माह के अंतराल पुलिस के समक्ष 25 मामलों की जानकारी हाथ लगी है जिसमें से 19 मामले आदिवासियों की स्वामित्व की भूमि से पेडों की अवैध कटाई किये जाने से जुडे हुये है।