पुष्पेंद्र सिंह/भोपाल। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड बेरोजगारों को एक फीस में दो परीक्षा देने का फायदा देने का नया प्लान तैयार कर रहा है। यह कवायद आरक्षकों के दस हजार पदों पर शीघ्र भर्ती को लेकर चल रही है। पुलिस मुख्यालय ने हाल ही में पीईबी को प्रस्ताव दिया है कि अगस्त 2016 तक आरक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी हो जाए लेकिन पीईबी के पास अक्टूबर तक प्रारंभिक परीक्षा कराने के लिए कोई डेट नहीं है।
पीईबी प्लान बना रहा है कि विभिन्न विभागों के अन्तर्गत कराई जा रही प्रारंभिक भर्ती परीक्षाओं के साथ आरक्षकों की परीक्षा भी शामिल कर ली जाए। इसके लिए परीक्षार्थी को एक फीस में दो परीक्षा देने का फायदा मिलेगा। चयनित होने पर उसे पद चुनने की भी स्वतंत्रता रहेगी। ऐसा फायदा उन्हीं प्रतिभागियों को मिलेगा जिनकी अर्हता एक समान होगी। पीईबी यह भी मानकर चल रहा है कि यह प्लान सफल नहीं हुआ तो आरक्षक पदों के लिए अलग से एक्जाम लिया जाएगा। इसके लिए करीब 14 लाख प्रतिभागियों को परीक्षा में बैठने की तैयारी रहेगी। यह परीक्षा 15 दिन तक कराई जाएगी। एक दिन में तीन शिफ्ट होंगी। प्रत्येक शिफ्ट में 25 हजार आवेदकों को बैठने की व्यवस्था रहेगी।
एक योजना यह भी
पीईबी के प्लान में है कि बार-बार प्रारंभिक परीक्षाएं लेने का झंझट दूर हो। मसलन, निर्धारित पदों में भर्ती होने के बाद ‘वेटिंग बैंक’ बनाया जाएगा। यानि कोई भी विभाग बिना परीक्षा कराए वेटिंग लिस्ट से प्रतिभागियों को साक्षात्कार के लिए बुला सकता है। इससे पीईबी को जहां लाखों रुपए की बचत होगी वहीं प्रतिभागी को भी नौकरी मिलने की संभावना रहेगी। यह प्लान प्रदेश में आने वाले पांच सालों में बम्पर भर्ती को लेकर बनाया जा रहा है।
यह होगा फायदा
समान अर्हताधारी से संबंधित पदों के लिए एक फीस में दो परीक्षाएं कराने से पीईबी को जहां स्टेशनरी, मेन पॉवर और माइलेज आदि में बचत होगी। वहीं बेरोजगारों को बार-बार परीक्षा नहीं देना होगी। सामान्य ज्ञान का पेपर एक समान होने से विषय विशेषज्ञों से बार-बार सेट नहीं कराना पड़ेगा। परीक्षा में 50 प्रतिशत अंक लाने वाले प्रतिभागी साक्षात्कार के पात्र होंगे।
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