भोपाल। भाजपा की अनुशासन समिति ने पार्टी के 17 नेताओं को तीन साल तक किसी बड़ी जिम्मेदारी न सौंपने की सिफारिश की है। समिति ने अपनी बैठक में कुल 89 मामलों का निराकरण किया। समिति अध्यक्ष केशव पांडे ने अनुशासनहीन नेताओं के नाम बताने से इंकार करते हुए कहा कि अंतिम निर्णय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान करेंगे।
प्रदेश भाजपा दफ्तर में शनिवार दोपहर शुरू हुई बैठक में समिति सदस्य अवधेश सिंह कुशवाह भी मौजूद थे। पांडे ने बताया कि 60 मामलों का पहले निराकरण किया जा चुका है। वरिष्ठ नेता गिरजाशंकर शर्मा, कालूराम, शिवराज सिंह लोधी और हिम्मत कोठारी सहित अन्य बड़े नेताओं के मामले समिति ने अपनी सिफारिश के साथ प्रदेश अध्यक्ष के निर्णय के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि समिति ने 17 नेताओं को अगले तीन साल तक बड़ी जिम्मेदारी नहीं देने की अनुशंसा की है।
120 मामलों पर सुनवाई
प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई बैठक में 120 मामलों में सुनवाई हुई। इसमें भोपाल के 11 नेताओं के मामले थे। राजगढ़ 4, टीकमगढ़ 5, दमोह 12, उमरिया 18, छतरपुर 30, जबलपुर के 9 मामले हैं। समिति के संयोजक ने बताया कि 33 मामले अभी लंबित है। उमरिया और अनूपपुर के भाजपा नेता अपना पक्ष रखने के लिए भाजपा कार्यालय नहीं पहुंचे। इन लोगों ने अनुशासन समिति से फोन पर माफी मांगी है।