
मामला जिले के चौहटा पोप्टी गांव का है. यहां गणतंत्र दिवस के मौके पर मध्यान्ह भोजन के तहत आंगनवाड़ी, मिडिल और प्रायमरी स्कूल में बच्चों को खीर-पूडी खाने में दी गई थी. शाम होते-होते खीर-पूडी खाने वाले बच्चों की हालत बिगड़ने लगी. शुरुआत में उल्टी और दस्त की शिकायत लेकर कुछ परिजन भीमपुर अस्पताल पहुंचे थे. थोड़ी ही देर में एक के बाद एक बच्चों के बीमार होकर अस्पताल पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया.
भीमपुर अस्पताल में बच्चों की तबीयत में सुधार नहीं होने पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया. इतनी बड़ी संख्या में बच्चें बीमार होने की वजह से स्वास्थ्य विभाग का अमला हालात से निपटने में पूरी तरह से नाकाम रहा है. पर्याप्त बिस्तर नहीं होने की वजह से बच्चों का जमीन पर इलाज किया गया. एम्बुलेंस को को भी बच्चों को अस्पताल लाने के लिए कई राउंड के चक्कर लगाने पड़े. बताया जा रहा है कि अस्पताल में भर्ती 50 से ज्यादा बच्चों में 40 की हालत गंभीर बनी हुई है. जिला प्रशासन ने सभी को अच्छा इलाज देने का भरोसा दिलाया है.