
मामला होशंगाबाद जिला कोर्ट का है. जहां सोमवार को एक मामले में 90 वर्षीय महिला काशीबाई को बयान के लिए बुलाया गया था. न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी मयंक शुक्ला को महिला के अस्वस्थ होने के कारण न्यायालय कक्ष में आने में असमर्थ होने की जानकारी दी गई. ये जानकारी मिलते ही मयंक शुक्ला ने कोर्ट के बाहर बरामदे में ही अदालत लगाकर महिला की गवाही सुनी. इस दौरान जज एक साधारण चेयर और टेबल पर बैठे नजर आए.
इस मामले पर कानून के जानकारों का कहना था कि न्यायहित में न्यायालय का यह कदम सराहनीय है और ऐसे कदम से लोगों में न्याय के प्रति विश्वास बढ़ेगा.