भोपाल। राजधानी में रेत माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे न तो किसी अफसर से डरते हैं और न कार्रवाई से। मंगलवार रात होशंगाबाद रोड पर भी यही हुआ। खनिज अफसरों की टीम ने मिसरोद की तरफ से आ रहे रेत के डंपरों की जांच शुरू की तो डंपर चालक भड़क गए।
उन्होंने खनिज अफसरों को धमकाते हुए कहा कि ‘हम पर कोई भी कार्रवाई करने के पहले सीएम हाउस बात कर लो। ऐसा न हो कि बाद में ट्रांसफर हो जाए।’ इस धमकी का असर कार्रवाई पर भी दिखा। पकड़े गए 16 डंपरों में से सिर्फ 6 पर कार्रवाई की गई। वह भी सिर्फ जुर्माने की।
मंगलवार रात एक बजे खनिज निरीक्षक अशोक द्विवेदी के साथ अमले ने होशंगाबाद रोड से भोपाल आ रहे रेत के डंपरों की जांच शुरू की। इस दौरान डंपर नंबर एमपी 04 एचई-3991, एमपी 04 एचई-3408, एमपी 04 एचई-3118 सहित सात अन्य डंपरों के ड्राइवरों ने खनिज अमले को सीएम हाउस पर बात करने को लेकर धमकाया। सुबह चार बजे तक रेत डंपरों की जांच की गई। जब्त 16 डंपरों को बाग सेवनिया थाने में खड़ा कराया गया। बाद में छह पर जुर्माना कर शेष को छोड़ दिया गया है।
रोज 200 डंपर रेत का कारोबार
राजधानी में रोजाना 200 डंपर रेत बेची जाती है। इनमें से ज्यादातर डंपर होशंगाबाद रोड और रायसेन रोड से प्रवेश करते हैं। खनिज अमला इन डंपरों पर कभी-कभार कार्रवाई करता है। इन डंपरों को शहर की सीमा से लगे थानों पर रोका जाता है, लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं होती। खनिज अधिकारी एमएम गोयल ने बताया कि सालभर में 152 डंपरों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इससे 60 लाख रुपए राजस्व मिला।