
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में वर्ष 2005 -06 में महिलाओं में मोटापा जहां औसत 7.6 प्रतिशत था, वहीं वर्ष 2015-16 में यह बढ़कर औसत 13.6 फीसदी हो गया है। वही वर्ष 2005 -06 में प्रदेश के पुरुषों में मोटापे की औसत प्रतिशत 4.3 फीसदी थी, जो वर्ष 2015-16 में बढ़कर औसत 10.6 प्रतिशत हो गई है। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से प्रत्येक दस सालों में राज्यों का एक हेल्थ इडेक्स जारी किया जाता है। मंत्रालय की इसके पीछे मकसद भविष्य में उसी के हिसाब से योजनाओं का स्वरुप तय करना होता है।
शहरी क्षेत्रों में मोटापा सबसे ज्यादा
प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में मोटापे का प्रतिशत और ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक शहरी क्षेत्रों की करीब 23.6 प्रतिशत महिलाएं मोटापे का शिकार है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह प्रतिशथ 9.1 प्रतिशत है। यह स्थिति तब है,जब महिलाओं के मोटापे का औसत 13.6 प्रतिशत है। इसी तरह शहरी क्षेत्र के पुरुषों मोटापा 17.6 प्रतिशत है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र के पुरुषों में यह 7.8 फीसदी है।
कब किया गया सर्वे
मप्र में यह सर्वे स्वास्थ्य मंत्रालय ने एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज और इंस्ट्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैनेंजमेंट रिसर्च से जुटी टीम की मदद से कराया था। जो 29 जनवरी से 24 जुलाई 2015 के बीच प्रदेश में किया गया है। बता दें कि प्रदेश में ऐसा सर्वे इससे पहले 2005-06 में किया गया था। हालांकि उस दौरान कई जानकारियों को संकलित नहीं किया गया है।इनमें ब्लड प्रेशर जैसे कई चीजों पर पहली बार जोड़ा गया है।