भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अब अनुसूचित जाति-जनजाति के विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक लाने पर लेपटॉप दिये जायेंगे। सभी जिलों में ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय खोले जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ ज्ञानोदय दिवस पर शासकीय ज्ञानोदय विद्यालय में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अब हर वर्ष ज्ञानोदय दिवस मनाया जायेगा। संभागीय मुख्यालयों पर स्थित सभी दस ज्ञानोदय विद्यालय में विद्यार्थियों के लिये सीट्स की संख्या 280 से बढ़ाकर 640 कर दी जायेगी। ज्ञानोदय विद्यालयों में खेल परिसर बनाये जायेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि देश और दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन करें। बड़े सपने देखें और बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करें। राज्य सरकार उनकी पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने देगी। मध्यप्रदेश देश में स्मार्ट सिटी चयन, विकास दर और कृषि में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर नागरिक विकास में योगदान दें।
विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिये कई योजनाएँ बनायी गई हैं। प्रमुख सचिव अनुसूचित जाति विकास श्री अशोक शाह ने बताया के प्रदेश के सभी दस ज्ञानोदय विद्यालय के विद्यार्थियों का सम्मेलन कर शैक्षणिक सांस्कृतिक और खेलकूद स्पर्धाएँ आयोजित की गई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खेल परिसर का लोकार्पण भी किया। उन्होंने अनुसूचित जाति के युवा उद्यमियों की सफलताओं पर आधारित पुस्तक 'बढ़ते कदम-खुलते रास्ते' और 'ज्ञानोदय' पत्रिका का विमोचन किया। श्री चौहान ने अनुसूचित जाति विकास विभाग के विभिन्न कार्यालय को आईएसओ सर्टिफिकेट वितरित किये। उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय आने वाले विद्यालयों को पुरस्कृत किया। उन्होंने महर्षि वाल्मीकि प्रोत्साहन पुरस्कार योजना में मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप वितरित किये।
कार्यक्रम में अनुसूचित जाति विकास निगम के अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र आर्य, विधायक श्री विश्वास सारंग, पार्षद श्री कांताराम पाटीदार और आयुक्त अनुसूचित जाति विकास श्री संजीव झा भी उपस्थित थे। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।