वाराणसी। द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती गुरुवार को शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर चल रहे विवाद पर कहा कि शनि की दृष्टि से अमंगल होता है इसलिए लक्ष्मी स्वरुप महिलाओं का प्रवेश वर्जित है.
वाराणसी के विद्यामठ पहुंचे स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा, ' शनि की दृष्टि अमंगल होती है. महिलाओं को रोका क्योंकि वो लक्ष्मी रूप है. उनपर शनि की आंच नहीं आनी चाहिए. शंकराचार्य ने कहा कि 'शनि भगवान नहीं, बल्कि क्रूर ग्रह है. वह अमंगलकारी हैं, नारियों को उनके पास जाना किसी धर्मशास्त्र में वर्णित नहीं है. शिंगणापुर मंदिर में भी महिलाओं का प्रवेश वर्जित है.' शंकराचार्य ने शनि शिंगणापुर मंदिर मुद्दे पर कहा कि धर्म को सामाजिक न्याय से जोड़ना उचित नहीं है.