अब नहीं खानी पड़ेंगी एंटीबायोटिक दवाएं

न्यूयॉर्क। दवा-प्रतिरोधी बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ने के लिए प्रकाश-प्रेरित नैनोथेरेपी का निर्माण किया गया है, जो कि सुपरबग्स जैसे एंटी बायोटिक रसिस्टेंट को विफल करने में मदद करेगी। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस विधि में प्रयोग होने वाले प्रकाश-प्रेरित चिकित्सीय नैनोपार्टिकल्स को क्वांटम डॉट्स भी कहा जाता है।

यह डॉट्स मानव के बालों से 20 हजार गुना छोटे हैं। यह उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स में इस्तेमाल होने वाले छोटे अर्धचालकों के समान लगते हैं। प्रयोगशाला के वातावरण में यह 92 प्रतिशत दवा प्रतिरोधी जीवाणु कोशिकाओं को नष्ट करने में सक्षम हैं।

अमेरिका की कोलोरैडो बाउल्डर यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर और इस अध्ययन के सह-लेखक भारतीय मूल के प्रशांत नागपाल ने बताया कि इन अर्धचालकों के नैनोस्केल के सिकुड़ने से कोशिकाओं में एक विशिष्ट प्रतिक्रिया उत्पन्न की जा सकती है। जो केवल संक्रमित स्थानों को ही लक्षित करेगी। हल्की सक्रियता के गुणों की वजह से यह क्वांटम डॉट्स विशिष्ट संक्रमणों की चिकित्सा में प्रयोग किए जा सकते हैं।

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