योग्यता नहीं गुटबाजी के आधार पर बंटे निगम मंडल के पद

Bhopal Samachar
भोपाल। संगठन महामंत्री अरविंद मेनन अपने चहेतों को लालबत्ती दिलाने में सफल हो गए। हालांकि प्रदेश प्रभारी व पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे अपने करीबी डॉ. वाजपेयी को पर्यटन निगम का अध्यक्ष नहीं बनवा पाए। मुख्यमंत्री ने 14 अध्यक्ष, तीन उपाध्यक्ष व दो सदस्य नियुक्त किए हैं। बुधवार को सहस्त्रबुद्धे भोपाल पहुंचे और मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद रात में सतना के लिए रवाना हुए। पढ़िए कौन-किसका करीबी 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान: राजेंद्र सिंह राजपूत, गुरुप्रसाद शर्मा, भुजबल अहिरवार और शिव चौबे। 
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज-रामकिशन चौहान। 
प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे - डॉ. हितेश वाजपेयी। 
केंद्रीय खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर - विजेंद्र सिंह सिसौदिया। 
संगठन महामंत्री अरविंद मेनन - लता वानखेड़े, सुरेश आर्य, प्रभात साहू, एसके मुद्दीन, रायसिंह सेंधव व तपन भौमिक।

बसपा से आए नेता को नवाजा, सूची में एक ही महिला
भाजपा ने 2008 के चुनाव के दौरान बसपा से भाजपा में आए रीवा के नेता प्रदीप पटेल को भी अध्यक्ष पद से नवाजा है। इसी तरह 19 लोगों की सूची में सिर्फ एक महिला लता वानखेड़े को जगह मिली। जबकि अंजू माखीजा और पदमा शुक्ला भी दौड़ में शामिल थीं। इसी तरह गोविंद मालू, रवीश चौहान, दीपक विजयवर्गीय, रमेश शर्मा गुट्टू भैया के नाम भी चर्चा में थे, लेकिन सूची में शामिल नहीं हो पाए। रवीश को पार्टी किसान मोर्चे का प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है। डॉ. वाजपेयी को अध्यक्ष बनाए जाने से भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी का पद रिक्त होगा। इस पद के लिए अब होड़ लग सकती है। 

अभी हाउसिंग बोर्ड समेत नौ निगम हैं खाली
महिला आयोग, अल्पसंख्य आयोग आदि में सदस्य के कुछ पद रिक्त हैं। इसी तरह लघु उद्योग निगम, बीज विकास निगम, हाउसिंग बोर्ड, कुक्कुट विकास निगम, स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड, महिला वित्त विकास निगम, समाज कल्याण बोर्ड, हस्त शिल्प विकास निगम और माटीकला बोर्ड में अभी नियुक्ति होना शेष है। 

आरोपों से घिरी है लता
लता वानखेड़े मकरोनिया पंचायत में 12 अवैध भर्तियों के आरोपों से घिरी हुईं है। वे मकरोनिया पंचायत की दो बार सरपंच रहीं। मामला मकरोनिया नगर पालिका के गठन के पहले का है। अवैध भर्तियों की शिकायत पर एसडीएम संतोष कुमार चंदेल की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी ने कम्प्यूटर ऑपरेटर, ड्राइवर, लिपिक, सफाई दरोगा आदि पदों पर 25 नियुक्तियों को नियम विरुद्ध मानते हुए महीने भर पहले कलेक्टर को जांच रिपोर्ट सौंपी है। इसमें उनके खिलाफ एफआईआर की अनुशंसा की गई है। 

बीजेपी के सदस्य तक नहीं है हिरेंद्र सिंह 
हिरेंद्र सिंह शेखावत मैच फिक्सिंग के आरोपों से घिरे क्रिकेटर एस श्रीसंथ के ससुर हैं। यह भी कहा जा रहा है कि पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी उनके पास नहीं। ऐन घोषणा से पहले इंद्रेश जी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने शेखावत का नाम सूची में जुड़वाया। 

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