साल का पहला रवि पुष्य नक्षत्र योग 23 जनवरी को पड़ेगा। इसमें विशेष फलकारी महालक्ष्मी कारक शुभ मुहूर्त बन रहा है, जो लोगों के लिए समृद्धिकारी है। इस दिन विशेष वस्तुओं की खरीदारी करने से जीवन में वैभव और समृद्धि आती है। साल में पहली बार ऐसा होगा, जब रवि पुष्य नक्षत्र 24 घंटे 35 मिनट रहेगा। इसकी शुरुआत 23 जनवरी को रात 8 बजकर 22 मिनट पर होगी और यह नक्षत्र 24 जनवरी की रात 8 बजकर 52 मिनट तक रहेगा।
ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी के अनुसार, रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र होने से रवि पुष्य नक्षत्र का शुभ योग रहेगा। पुष्य को नक्षत्र का राजा कहा जाता है। यह 27 नक्षत्रों में सबसे ऊपर होता है और सबसे श्रेष्ठ नक्षत्र माना जाता है। इस दिन माघ मास नक्षत्र युक्त पूर्णिमा तिथि भी रहेगी। इस वजह से 24 जनवरी को सर्वार्थ सिद्धि योग और चंद्रमा व मंगल का दृष्टि संबंध होने से लक्ष्मीकारक शुभ मुहूर्त बनेगा। इससे पहले यह मुहूर्त 2012 में पड़ा था।
ये होगा लाभ
लक्ष्मीकारक शुभ मुहूर्त होने से लोगों के सोचे कार्य पूर्ण होंगे। कार्यक्षेत्र में बढ़े कदम उठाने के लिए यह मुहूर्त खास रहेगा। गृहप्रवेश, व्यापार, सोना चांदी, इलेक्ट्रॉनिक, भूमि वाहन की खरीदारी करना शुभ है।