उज्जैन। सिंहस्थ में बच्चों को गुमने से बचाने के लिये बच्चों की कलाई पर इलेक्ट्रॉनिक बैंड बांधा जाएगा, जिसकी चिप में बच्चे के बारे में पूरी जानकारी होगी. उज्जैन में अप्रैल-मई में होने वाला इस बार का सिंहस्थ-2016 चाइल्ड फ्रेण्डली होगा. सिंहस्थ के दौरान बच्चों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम रहेंगे. बच्चों को गुमशुदगी से बचाने के लिये कई व्यवस्था की जा रही हैं.
सिंहस्थ में इस संदर्भ में पुलिस के इंतजामों के साथ-साथ महिला-बाल विकास के शौर्या दल, चाइल्ड लाइन पुलिस, एनजीओ और टेक्नालॉजी के माध्यम से गुमशुदा बच्चों की ट्रेसिंग जैसे इंतजाम रहेंगे. इन इंतजामों की राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने समीक्षा की. बैठक में केन्द्रीय सिंहस्थ समिति के अध्यक्ष माखन सिंह भी मौजूद थे.
आयोग के सदस्य ने कहा कि सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा के लिये सभी एजेंसी को मिलकर काम करना होगा. उन्होंने इसके लिये एक कार्य-योजना तैयार किये जाने की भी बात कही. बैठक में बताया गया कि सिंहस्थ के दौरान पुलिस द्वारा 29 चैकिंग-प्वाइंट होंगे. इन प्वाइंट और रास्तों पर सी.सी. टी.व्ही. कैमरे रहेंगे.
पुलिस द्वारा सिंहस्थ क्षेत्र में स्थापित किये जाने वाले 51 थाने पर खोया-पाया केन्द्र भी रहेंगे. पुलिस की वेबसाइट पर भी बच्चों की गुमशुदगी के बारे में जानकारी अपलोड रहेगी. यह जानकारी सभी थानों पर प्रसारित की जायेगी.