भोपाल। राजस्थान के सेंपऊ जिला धौलपुर में नहर की जमीन पर अतिक्रमण के मामले में मुरैना कलेक्टर विनोद शर्मा और उनके दो भाइयों गिर्राज, जगमोहन को नोटिस दिया गया है। कलेक्टर ने अतिक्रमण कर दुकानें बना रखीं हैं। सहायक अभियंता ने स्पष्ट किया है कि अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो बनाई गई 9 दुकानें और बाउंड्रीवाल तोड़ी जाएगी।
सेंपऊ गांव से गुजरी पार्वती मुख्य नहर की पट्टी (सिंचाई विभाग की जमीन) पर अतिक्रमण होने की सूचना पर धौलपुर सिंचाई महकमे के अफसरों ने राजस्व विभाग से जमीन की नापजोख कराई थी। जांच में पता लगा कि लोगों ने नहर किनारे की जमीन पर पक्की दुकानें, गुमटी आदि रखकर अतिक्रमण किया है। जल संसाधन विभाग धौलपुर ने कुल 29 अतिक्रमणकारियों को नोटिस थमाए हैं।
इनमें मुरैना कलेक्टर विनोद पुत्र दामोदर शर्मा के अलावा उनके दो भाई गिर्राज, जगमोहन शामिल हैं। तीनों के नाम एक ही नोटिस है। 13 जनवरी को जारी हुआ यह नोटिस कलेक्टर के भाई गिर्राज प्रसाद ने मंगलवार को रिसीव किया है।
सेंपऊ कलेक्टर का गृह गांव
राजस्थान के धौलपुर जिले में सेंपऊ मुरैना कलेक्टर विनोद शर्मा (आईएएस-बैच 2004) का गृह गांव है। उनकी पुश्तैनी जमीन, मकान भी यहां है। श्री शर्मा पूर्व में मुरैना में जिला पंचायत के सीईओ, भिंड, आगर जिले में कलेक्टर व ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर भी रह चुके हैं।
तीन में से एक भाई कलेक्टर है
हमने 29 लोगों को अतिक्रमण न हटाने पर कार्रवाई करने के नोटिस जारी किए हैं। विनोद, गिर्राज, जगमोहन पुत्र दामोदर शर्मा भी अतिक्रमणकर्ताओं में शामिल हैं। अतिक्रमण नहीं हटाने पर हम पांच दिन बाद कार्रवाई करेंगे।’’
हरिद्वारी लाल चंदसोरिया, सहायक अभियंता, जलसंसाधन उपखंड धौलपुर
नहर के पास मेरे पिता की पुश्तैनी जमीन : सेंपऊ गांव में नहर के पास मेरे पिता की पुश्तैनी जमीन है। दुकानें 20 साल से बनीं हैं। नहर भी हमारी जमीन से गुजरी है, इसका हमें मुआवजा मिला था। नोटिस का मामला है तो मैं वहां नहीं रहता हूं। मेरे नाम से नोटिस निकालना तो गलत है और यदि ऐसा कुछ हुआ है तो मेरे परिवार के लोग उसका जवाब देंगे।’’
विनोद शर्मा, कलेक्टर मुरैना