भोपाल। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मैनेजिंग डायरेक्टर जयश्री कियावत ने आंदोलनकारियों से ज्ञापन तो ले लिया, लेकिन मांगों के निराकरण का कोई वादा नहीं किया। बल्कि कर्तव्य से गैरहाजिर रहने वाले कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काट दिया है। जयश्री कियावत ने कहा कि वे अभी ज्वाइन हुई हैं, इसलिए कोई वादा नहीं कर सकती हैं।
नेताओं के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा
एएसपी भदौरिया ने बताया कि कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सौरभ सिंह चौहान समेत पांच कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल को ज्ञापन लेकर मिशन संचालक के दफ्तर जाने की अनुमति थी। अनुमति के विपरीत पांच हजार से ज्यादा लोग पहुंच गए। इस मामले में आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रहे नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
15 दिन का इंतजार, फिर बेमुद्दत हड़ताल
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ मप्र के सचिव रमेश सिंह तोमर ने बताया कि ज्ञापन दे दिया है। हमारी मुख्य मांग नियमित करने की है। यदि सरकार 15 दिन में निर्णय नहीं लेती है, तो मांगें मनवाने के लिए विधानसभा उप चुनाव के दौरान मैहर देवी दरबार में अनुष्ठान करेंगे और वहीं से बेमुद्दत हड़ताल की घोषणा की जाएगी।
हमने अनुशासनहीनता नहीं की
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ मप्र के अध्यक्ष सौरभ सिंह चौहान ने उन पर लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने बताया, हमने सिर्फ यह कहा था कि प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन देगा। उसमें कितने लोग होंगे। यह बात नहीं हुई थी। हमने अनुशासनहीनता नहीं की है। फिर भी कार्रवाई होती है, तो आंदोलन तेज होगा।