
शुक्रवार को मौन धारण करने के पहले शशि कर्णावत ने कहा कि राज्य सरकार से उनकी सकारात्मक चर्चा हुई है, लेकिन न्याय नहीं मिलने तक वह जल समाधि के इरादे पर कायम है. उन्होंने कहा कि सरकार को उनके बोलने से दिक्कत है तो वह दो फरवरी तक मौन व्रत धारण कर रही है. शशि कर्णावत ने एक दिन पहले आईएएस रमेश थेटे के साथ वित्त मंत्री जयंत मलैया और प्रमुख सचिव से चर्चा की थी. अब मौन व्रत धारण करने के बाद उन्होंने रमेश थेटे को अपनी तरफ से बातचीत के लिए अधिकृत किया है.