
परचे मे यह लिखा गया है कि आईजी डी.सी. सागर और एसपी बालाघाट गौरव कुमार तिवारी सहित घलकु, परम, अजीत, रामसिंग, कतलम, लतीफ, दिनेश, अशोक और भी कुछ लोग जो हमारी लिस्ट में है वह सजा भुगतने को तैयार रहो। जनता साथ देगी। परचे में यह भी उल्लेख किया गया है कि इनके झूटी बहकावे मे ना आये गांव मे आने पर मार भगाओ। जनता नवजनवाद क्रांती को सफल करने के लिये कंधे से कंधा मिलाकर जनहित मे कुद पडो। वर्ग संघर्ष से शोषित उत्पीडित जनता की असली मुक्ति होगी नवजनवादी क्रांती को सफल बनाना हैं। गांव गांव मे जनता सरकार स्थापित कर राजसत्ता व्यवस्था को उखाड फेंकना है। गांव गांव में जन मिलीसिया का निर्माण कर आगे बढे। पुलिस एवं शासन विभाग के झुठे बहकावे मे ना आये। गांव गांव के भोलेभाले लोगो को नक्सली बताकर आत्मसमर्पण करने की लालसा देकर उन्हे जेल मे भेज दिया जाता है। पुलिस के झुठे बातों का विरोध करो नवजन क्रांती को सफल बनाओ।
इन परचों की बरामदगी पर पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी ने अवगत कराया की उन्हे मीडिया के माध्यम से इन परचों के पाये जाने का पता चला है वे इन परचों की तस्दीक करवायेंगे। उन्होने यह भी बताया की नक्सलियों पर पुलिस का निरंतर दबाव बनाया गया है जिसके कारण वे किसी बडी वारदात को अंजाम देने में कामयाब ना हो पाये तथा हार्डकोर नक्सली दिलीप गुहा के पकडे जाने के बाद एवं पूर्व मंत्री लिखीराम कावरे की हत्या मे शामिल पांच नक्सलियों को न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाये जाने से वे आक्रोशित हैं।