राजस्थान। जैसलमेर में एक शाही शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. क्योंकि इस शाही शादी में वो हुआ जो आज तक किसी शादी में ना तो हुआ और ना ही किसी ने ऐसा होते हुए देखा. इस शाही शादी में मेहमान थे मरीज. जी हां और इन मरीजों को मुफ्त में इलाज किया गया.
बैंड बाजे के साथ पहुंची मोबाइल यूनिट
शाही शादी समारोह का नाम लेते ही दिमाग में तस्वीर उभरती है रंग बिरंगे कपड़ों में बाराती, ढोल नगाडों की धुन पर नाचते लोग और लजीज खाना लेकिन अगर बारात के साथ दवाईयां, इंजेक्शन, एक्सरे मशीनें और ऑपरेशन थियेटर के साथ-साथ डॉक्टरों और नर्सिंग स्टॉफ की लम्बी चौड़ी टोली मरीजों का इलाज करते दिखे तो कोई भी हैरान हो जाएगा.
जी हां, और ये हैरानगी भरा नजारा जैसलमेर की शादी में दिखाई दिया. जहां पर पाली जिले के नानेश पीजी मेमोरियाल अस्पताल के ट्रस्टी पंकज शाह के बेटे की शादी है. शाह ने अपने बेटे की शादी को यादगार बनाने के लिये जैसलमेर के एक निजी होटल में शादी की बुकिंग की और शादी के सारे इंतजाम शाही थे. लेकिन इसी बीच शाह ने शादी समारोह में वक्त जैसलमेर जिले के मरीजों के लिये नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का भी बंदोबस्त किया.
बस दुआ में याद रखना
पंकज शाह का मानना है कि जिस तरह समारोह में आए मेहमान वर-वधु को लंबी और सुखद जिन्दगी का आशीर्वाद देते हैं. उसी तरह से इस नि:शुल्क चिकित्सा कैम्प में आने वाले मरीजों की भी दुआएं उनके बच्चों को मिले. चिकित्सकों की कमी एवं लचर स्वास्थ्य सेवाओं से जूझ रहे जैसलमेर जिले के लिए शाह परिवार की ये शादी किसी वरदान से कम नहीं हैं.
इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पाली जिले के नानेश पीजी मेमोरियल अस्पताल ने शादी के साथ साथ जिले के मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिये लगाए गए इस कैम्प में बड़ी संख्या में मरीज उमड़ रहे हैं और अपना इलाज करवा रहे हैं.
21 जनवरी तक आयोजन
21 जनवरी तक चलने वाली इस शादी के दौरान तीनों ही दिन इस अस्पताल के स्टाफ ने जैसलमेर के मरीजों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की और शादी समारोह के बचे वक्त में चलने वाले इस अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं के लिए अत्याधुनिक उपकरण भी लगाए गए हैं ताकि मरीजों को सामन्य जांच आदि के लिये भी चक्कर नहीं लगाने पडें.
नानेश पीजी मेमोरियल चिकित्सालय ने यहां पर बसों में अस्पताल बनाया गया है. यहां पर खड़ी बसों को देखकर यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि शायद इन बसों में बारातियों को लाया गया होगा, लेकिन ऐसा नहीं हैं बल्कि यह बसें जब अंदर जाकर देखें तो हैरान करने वाली है क्योंकि किसी बस में एक्सरें मशीन लगी है तो कोई बस लेबोरेट्री के रूप में बनी है. किसी बस में डेंटल सेक्शन चल रहा है. हैरान कर देने वाले इस नजारे से जैसलमेर के ग्रामीण और शहरी लोग बड़ी संख्या में रूबरू हो रहे हैं और बेहतर चिकित्सकों से इलाज करवा रहे हैं.
मरीजों का मेला
बेहतर तरीके से इलाज लेने के लिये बड़ी संख्या में उमड़ भी रहे हैं. आंकडों की माने तो इस कैम्प के पहले दिन दो हजार से भी अधिक मरीजों ने इस कैम्प में पहुंचकर अपना इलाज कराया है. शिविर में सर्जन, फिजीशियन एवं अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक सेवाएं दे रहे हैं. यहां आने वाले मरीजों को शिशु रोग, प्लास्टिक सर्जरी, स्त्री रोग, नाक कान एवं गला, हड्डी एवं जोडों के रोग, आंखों के रोग सहित अन्य सभी बीमारियों का निशुल्क उपचार दिया जा रहा है. इतना नहीं इन इलाजों के साथ साथ मरीजों की जांच एवं उन्हें दवाएं भी नि:शुल्क दी जा रही है.