भोपाल. एक सड़क हादसे में घायल व्यक्ति तड़पता रहा, उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया और लोग तमाशबीन बने रहे। जब दो युवा डॉक्टर्स की नजर घायल पर पड़ी तो उन्होंने मौके पर ही उसका इलाज शुरू कर दिया। इससे घायल की जान बच गई।
पॉलीटेक्निक चौराहे पर एक अज्ञात वाहन की टक्कर से एक व्यक्ति घायल हो गया। देखते ही देखते वहां भीड़ लग गई, लेकिन घायल की मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। इसी बीच गांधी मेडिकल कॉलेज के दो युवा डॉक्टर अंकित द्विवेदी और प्रतीक मेहरा वहां से गुजर रहे थे। उनकी नजर घायल पर पड़ी तो वे रुक गए।
मौके पर शुरू किया इलाज
दोनों डॉक्टर्स ने मौके पर ही उसका इलाज शुरू कर दिया। इसी दौरान किसी जागरूक नागरिक ने 108 एंबुलेंस को खबर कर दी तो वह भी पहुंच गई। प्राथमिक उपचार मिलने से युवक जान बच गई। बाद में घायल को एंबुलेंस अस्पताल भेज दिया गया।
मदद के लिए आगे आए
गांधी मेडिकल कॉलेज के डॉ. प्रतीक और अंकित ने कहा कि सड़क पर घायल को देखा तो उसका प्राथमिक उपचार शुरू कर दिया। मानवता के नाते सभी को मदद के लिए आगे आना चाहिए। अगर घायल को समय पर सहायता मिल जाती है तो उसे बचाया जा सकता है।