दलित छात्रा को शराब पिला 40 दिन तक हुआ गैंगरेप

Bhopal Samachar
बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी की बीएससी में पढ़ने वाली एक दलित छात्रा ने गांव के एक बस चालक युवक युवक सहित अन्य बाहरी लोगों पर बंधक बनाकर गैंगरेप करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है की उसे 40 दिन तक बंधक बनाकर उसके साथ जबरन सामूहिक दुराचार किया गया। बंधक बनाकर इतने दिनों तक सामूहिक दुराचार करने के इस सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मामला बाराबांकी जनपद के थाना मसौली इलाके के एक गांव का है। पीड़ित लड़की के अनुसार वह रोज़ की तरह 29 दिसंबर को बाराबंकी मुख्यालय स्थित अपने कॉलेज पढ़ने के लिए घर से निकली थी। देर हो जाने के कारण उसकी रोज़ की बस छूट गयी और वह दूसरी आने वाली बस का इंतज़ार करने लगी, तभी एक मोटर साईकिल से बस चालक मिट्ठू अपने एक साथी धर्मेन्द्र के साथ आकर उसे बाराबंकी छोड़ने की बात कहने लगा। स्कूल में हो रही देरी और मिट्ठू को पहले से जानने के चलते वह उसकी मोटर साईकिल से बाराबंकी आने के लिए राज़ी हो गयी। पीड़ित लड़की के मुताबिक उसके कालेज से कुछ दूर पहले ही बस ड्राइवर मिट्ठू चाय पीने के लिए रुका और उसने उसे भी चाय पिला दी। लड़की का कहना है की चाय पीने के बाद वह बेहोश हो गयी और जब शाम को उसे होश आया तो उसने खुद को एक मकान के अंदर पाया।

 पुलिस को दी गयी लिखित शिकायत में पीड़िता ने आरोप लगाया है रात के दौरान इन दोनों आरोपियों ने उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार कर मोबाइल फोन से उसकी अश्लील वीडियो भी बनायी और इंटरनेट पर उसे अपलोड करने की धमकी देकर लगातार उसका शारीरिक शोषण किया। सुबह होते ही धर्मेन्द्र तो वहां से निकल गया लेकिन उसके बाद 5 दिनों तक मिट्ठू उसका शारीरिक शोषण करता रहा। पीड़िता ने बताया 5 दिन बाद मिट्ठू ने उसे वह उसी मकान में किराए पर रह रही एक किरन नाम की महिला एक मोदी नाम के ब्यक्ति के हवाले कर वो वहा से चला गया। जिसके बाद मकान में रह रहे दोनों उसे खाना खिलाकर जबरन शराब और बियर पिलाकर नशे में रखते थे और पैसे लेकर दूसरे बाहरी लड़को के द्वारा उसे हम बिस्तर होने के लिए मजबूर करते । इस दौरान उसे तरह -तरह की यातनाये और नशीला पदार्थ देते रहे। 

वही गैंग रेप का शिकार हुयी लड़की की माँ का कहना है की लड़की के गायब होने के बाद ही उन्होंने थाना मसौली में लगातार न्याय की गुहार करती रही मगर थाने से उसे आस्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। लेकिन पीड़िता मौक़ा देखकर वहा से 7 फरवरी को शाम 5 बजे भागने में कामयाब हो गयी और खुद के साथ हुयी दरिंदगी की आपबीती उसने अपने घर वालों से बतायी जिसके बाद पीड़ित परिवार थाना मसौली के अलावा महिला थाने भी गयी लेकिन उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की गयी मामला पुलिस के बड़े अधिकारीयों के संज्ञान में आने के बाद थाना मसौली पुलिस हरकत में आयी और आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। 

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