नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के बनते समय इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतें 106.85 डॉलर प्रति बैरल थीं। अब घटकर 29.80 डॉलर हैं। मतलब, इसमें 72.11 फीसदी की कमी आई है लेकिन इसका सीधा फायदा आम लोगों को नहीं मिला है जबकि पेट्रोल-डीज़ल को नियंत्रण मुक्त दिया गया है.
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक सवाल के जवाब में कहा- "मई 2014 में एक लीटर डीजल 55.49 रुपए का था, जबकि अभी इसका रेट 44.68 रुपए है।" "इसकी कीमत में 10.81 रुपए की कमी आई है।" "मई 2014 से सरकार ने एक लीटर पेट्रोल पर 12 रुपए और डीजल पर 13.77 रुपए की एक्साइज ड्यूटी लगाई है। पेट्रोल पर 1 मई, 2014 को यह 9.48 रुपए /लीटर थी। अब यह 21.48 रुपए /लीटर है। यानी दोगुने से भी ज्यादा।" " डीजल के मामले में तो एक्साइज ड्यूटी चार गुना बढ़ी है। डीजल पर 1 मई, 2014 को यह 3.36 रुपए/लीटर थी। अब यह 13.77 रुपए /लीटर है।" "पेट्रोल-डीजल का रिटेल प्राइस इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की प्राइस के हिसाब से घटता-बढ़ता है। पर बीएस-IV प्रीमियम, मार्केटिंग खर्च, मार्जिन जस का तस रहता है।