गैंगरेप कराने के बाद ही खाना मिलता था 8वीं की छात्रा को

कानपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे निश्चित तौर पर महिलाओं का सिर झुक जाएगा. यहां लखनऊ पीजीआई में काम करने वाली नर्स ने एक नाबालिग लड़की का आठ महीने तक कई लोगों से गैंगरैप करवाया. हैवानियत की सभी हदों को पार करते हुए ये नर्स पहले नाबालिग का गैंगरैप करवाती थी फिर कुछ खाने को देती थी. इतना ही नहीं उसे नंगा कर उसकी पिटाई भी करती थी.

लखनऊ पीजीआई में नर्स सुशीला सचान पर आरोप है कि कानपुर की एक नाबालिग को आठ माह तक बंधक बनाकर कई बार कई लोगो से सामूहिक रेप करवाया. पीड़िता ने अपने घरवालों को यह जानकारी तब दी जब यह नर्स उसकी छोटी बहन को अपने साथ ले जाने के लिए उसके घर आई.

बर्रा थाना क्षेत्र के रामजानकी मंदिर के पास रहने वाले एक परिवार में पति पत्नी के अलावा उनकी दो बेटिया भी हैं. बड़ी बेटी 8वीं की छात्रा है और छोटी बेटी 7वीं में पढ़ती है. पीड़ित छात्रा की मां के मुताबिक बर्रा में ही रहने वाली सुशीला सचान जो लखनऊ पीजीआई में नर्स है और इनका कानपुर के बर्रा में ही पीआर पब्लिक स्कूल भी है. पीड़ित छात्रा इसी स्कूल में पढ़ती भी थी और इसी स्कूल में पीड़िता की मां साफ सफाई का काम भी करती थी.

पीड़ित छात्रा ने बताया कि बीते 26 जनवरी 2015 को सुशीला सचान घर पर आई और उसकी मां माला से कहा कि उसका बेटा छोटा है. इसलिए वह अपनी बड़ी बेटी को उसके साथ भेज दे. वह उसके पढ़ने, खाने और पहनने का खर्च उठा लेगी. इस पर मां ने बेटी को उसके साथ रहने को भेज दिया. जिसके बाद इस मासूम के साथ जो कुछ हुआ उससे किसी के भी रौंगटे खड़े हो जाए. अब पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है.

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