ललित मुदगल/भोपाल। अध्यापक शिक्षा का पाठ्यक्रम बीएड नए शैक्षिक सत्र से एक की बजाय दो वर्ष का हो जाएगा इसमें दाखिला लेने वाले छात्र.छात्राओं को अब मेडिकल छात्रों की तरह इंटर्नशिप भी कराया जाएगा यह पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा इस पर छात्रों को नंबर दिए जाएंगे। इस बदलाव पर कॉलेज संचालकों का कहना है कि विभाग मुफ्त में छह महीने के लिए शिक्षक हासिल करने की जुगत में है।
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद और राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षा परिषद एनसीटीई की पहल पर अध्यापक शिक्षा को लेकर कुछ बदलाव किए गए हैं नए पैटर्न में बीएड की पढाई में थ्योरी की बजाय प्रायोगिक शिक्षा पर अधिक जोर होगा इसके लिए इंटर्नशिप भी अनिवार्य किया गया है। बीएड के छात्रों को पढाई के दौरान स्कूलों में जाकर कक्षाएं लेनी होंगी और छह महीने तक पढाना होगा लेकिन एमएड में इस तरह का अभी प्रावधान नहीं है राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने नोटिफिकेशन जारी कर गाइडलाइन तय कर दी है।
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद का यह नया नियम दोहरे ढंग से लाभदायक होगा एक तो शिक्षकों की कमी से जूझ रहे सरकारी स्कूलों को फ्री में 6 माह के लिए शिक्षक मिलेंगे, वहीं प्रशिक्षण लेने वाले छात्रों को अध्यापन का अनुभव हासिल होगा।