शिवपुरी:- अधिकारियों कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में प्रदेश संयुक्त मोर्चा के आव्हान पर आज अपनी 71 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा। समस्त अधिकारी कर्मचारी सैंकड़ों की संख्या में डीईओ कार्यालय पर एकत्रित हुये जहां से रैली के रूप में जिलाधीश कार्यालय पहुॅचे जहां जिलाधीश के प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपा।
अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की 71 सूत्रीय मांगों में प्रमुखरूप से 01.01.2015 से 50 प्रतिशत मंहगाई भत्ते मूल वेतन में जोड़ा जाये, 10 वर्ष 20 और 28 वर्ष की सेवा करने वाले सभी अधिकारी कर्मचारियों को समयमान वेतनमान का लाभ दिया जाये, वेतनमान केन्द्र व छत्तीसगढ़ के समान दिया जाये, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का वेतनमान बढाकर भृत्य का पदनाम बदलकर कार्यालय सहायक रखा जाये, अग्रवाल वेतन आयोग की अनुशंसा लागू की जाये, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को रिक्त पदों पर नियुक्त किया जाये, अध्यापक संवर्ग का संविलियन शिक्षा विभाग में संविलियन किया जाये, सेवा निवृत्ति अवकाश नकदीकरण की सीमा केन्द्र व छत्तीसगढ़ सरकार के समान 240 के स्थान पर 300 दिवस किया जाये, लिपिकीय संवर्ग का पदनाम परिवर्तित किया जाकर प्रशासनिक सहायक ग्रेड 1 2 व 3 किया जावे, वाहन चालकों की भर्ती पर लगे प्रतिबन्ध को हटाया जाये, टैक्सी प्रथा को बंद किया जाये, सेवानिवृति की आयु 65 वर्ष किया जाये, संविदा पर की जा रही नियुक्तियों को तत्काल बंद किया जाये, राजस्व निरीक्षकों का वेतनमान बड़ाया जाये, शिक्षक संवर्ग के सभी नियमित पदों पर विभागीय पदोन्नति की जाकर नियमित शिक्षकों की पदोन्नति की जाये, डाॅक्टरों के समान अन्य कर्मचारियों को रात्रि भत्ता दिया जाये आदि मांगें शामिल थी।
संघ ने अपनी प्रदेश स्तरीय मांगों के साथ स्थानीय स्तर पर परामर्श दात्री की बैठकें तीन वर्ष से न बुलाये जाने और सहायक अध्यापकों की पदोन्नति, क्रमोन्नति न किये जाने पर भी भारी रोष व्यक्त किया। ज्ञापन में प्रमुखरूप से भगवत शर्मा, अशोक शर्मा, अजमेर सिंह यादव, राजेन्द्र पिपलौदा, रशीद खांन शाविर, राशिद खांन, विवेक श्रीवास्तव, सुशील अग्रवाल, मुकेश मेहता, मनोज निगम, एम के शर्मा, राजेश शर्मा, ए के रोहित, कमलकांत कोठारी, राजेन्द्र जैन, धमेन्द्र रघुवंशी, राजकुमार सरैया, अनिल निगम, मनोज गोयल, दुर्गा प्रसाद ग्वाल, महेश शर्मा सिरसौद, अरविन्द सरैया, संजय भार्गव, एम ए खांन, एमपी कुशवाह, एमएल जाटव, दिनेश वाष्णेय, मनोज गोयल, अरविन्द कुमार जैन, मनोज भार्गव, अतरसिंह धानुक आदि प्रमुखरूप से उपस्थित थे।