भोपाल। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(NGT) की सेंट्रल जोन के जस्टिस दलीप सिंह के कोर्ट रूम में व्यवहार को लेकर जिला बार एसोसिएशन के वकील लामबंद हो गए हैं।
NGT के वकीलों का आरोप है कि जस्टिस दलीप सिंह का व्यववहार वकीलों के प्रति सही नहीं होता है। वे रिकार्ड पर हर बात नहीं लेते हैं। अकसर ऐसी कोशिश करते हैं कि केवल उन्हीं की सुनी जाए। एक तरह से उनका व्यवहार जज के हिसाब से नहीं है।
वकीलों के इन आरोपों को गंभीरता से लेते हुए जिला बार एसोसिएशन ने जस्टिस दलीप सिंह के व्यवहार की लिखित में शिकायत भारत के मुख्य न्यायाधीश, हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और एनजीटी के चेयरर्पसन से करने का निर्णय लिया है। एसोसिएशन ने ग्यारह सदस्यों की एक टीम बनाने का फैसला लिया जिसमें एनजीटी के वकील और स्टेट बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता शामिल होंगे।
यह टीम जस्टिस दलीप सिंह द्वारा वकीलों के साथ कोर्ट रूम में किए जाने वाले दुर्व्यवहार की शिकायत हायर अथॉरिटी से करेगी और 15 दिन तक उनके खिलाफ किसी ठोस कार्रवाई का इंतजार करेगी। इस दौरान एनजीटी के सभी वकील विरोध स्वरूप काली पटटी लगाकर काम करेंगे। 15 दिन में यदि हायर अथॉरिटी जस्टिस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो सभी वकील दोबारा इस पूरे मामले की समीक्षा के लिए फिर से बैठेंगे अौर आगे की रणनीति बनाएंगे।
एनजीटी में 18 फरवरी को वन विहार से लगे पुलिस फायरिंग रेंज को लेकर हुई सुनवाई में जस्टिस दलीप सिंह और सरकारी वकील सचिन वर्मा के बीच हुई बहस को लेकर उठा विवाद जिला बार एसोसिएशन तक पहुंच गया है।
सोमवार को एसोसिएशन के कांफ्रेंस हाॅल में इसी मामले को लेकर बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के अध्यक्ष टीपी विश्वकर्मा ने की। इस दौरान सरकारी वकील सचिन वर्मा, वरिष्ठ अधिकवक्ता अजय गुप्ता के साथ ही एनजीटी के अन्य वकील आयुष देव वाजपेयी, श्रेयराज धर्माधिकारी, दीपेश अवस्थी ने कोर्ट रूम में वकीलों के साथ जस्टिस दलीप सिंह के व्यवहार के बारे में बताया। बैठक में वकीलों ने जस्टिस सिंह के ट्रांसफर की मांग भी उठाई।